स्वावलंबन भारत में इस समय की बड़ी मांग है। भारत देश कई वर्षो पहले भी स्वावलंबन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था और पूरे विश्व में उत्पादन का एक बड़ा भाग भारत से होकर जाता था, लेकिन कुछ कालखंडों में हमने यह परंपराएं भुला दी थी। उक्त विचार स्वदेशी जागरण मंच की तरफ से स्वावलंबी कार्यक्रम में अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार ने अमृतसर में व्यक्त किए। माधव विद्या निकेतन स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आवश्यकता देश के युवाओं को जागने की है। पूरे विश्व में कई देश ऐसे हैं जो पूरे विश्व के उत्पादन का बहुत बड़ा हिस्सा अपने देश से देते हैं। यदि भारत का युवा एकजुट होकर धैर्य और साहस के साथ अपने-अपने क्षेत्रों के अनुसार स्वरोजगार व उत्पादन में लग जाए तो पुनः हम विश्व के उत्पादन का बहुत बड़ा भाग हम भारत से दे सकते हैं। उन्हें विश्वास है कि देश का युवा अब इस कड़ी में आगे बढ़ने लगा है।
सतीश शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं के साथ साथ ग्राम पंचायतों और सेवा बस्तियों को जोड़ा जाएगा। उन्हें स्वावलंबी भारत अभियान के विषय में जानकारी प्रदान करके स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्वदेशी जागरण मंच ने युवाओं को बेरोजगारी की समस्या से निजात दिलाने और उन्हें स्वरोजगार के मकसद से उनकी रुचि के काम में दक्ष बनाने के लिए देश के सभी 773 जिलों में उद्यमिता विकास केंद्र स्थापित करने का भी फैसला किया है, जिस पर अमल प्रारंभ किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुझे बताने में प्रसन्नता हो रही है कि भारत का युवा अपनी मेहनत से बेरोजगारी जैसी समस्या पर विजय प्राप्त कर लेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है और इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका युवाओं की रहेगी।
इंकम टैक्स के एडिशनल कमिश्नर रोहित मेहरा ने पर्यावरण और बेरोजगारी दोनों समस्याओं से निपटने के लिए अपने अनुभव को छात्र और छात्राओं के सम्मुख रखा। कालेज के विद्यार्थियों द्वारा अर्निंग स्टूडेंट काउंसिल (ईसीसी) का गठन भी किया गया। इस मौके पर स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत प्रमुख विनय, महानगर संयोजक सीए अमित हांडा, महिला प्रमुख नेहा सेठी, महानगर सह संयोजक सीए भावेश महाजन आदि मौजूद थे।