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युवाओं को उद्यमी बनाने का किया जाएगा कार्यः दुबोलिया

स्वदेशी जागरण मंच और स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय बैठक सरस्वती शिशु मन्दिर पेंड्रा में हुई। इसमें क्षेत्रीय संगठन मंत्री केशव दुबोलिया ने बताया कि स्वावलंबी भारत अभियान की कड़ी में युवाओं को उद्यमी बनाने का कार्य किया जाएगा।

उन्होंने कहा युवाओं नौकरी तलाशने की मानसिकता को बदलकर नौकरी देने वाले उद्यम बनने की ओर अग्रसर करने का अभियान है। रोजगार सृजन केंद्र के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं को उद्यमिता के विभिन्न आयामों जैसे 64 कलाओं आधारित सांस्कृतिक स्टार्टअप, सोलह सिंगार स्टार्टअप, हर्बल ब्यूटी डेकोरेटिव प्रोडक्ट्स फैशन एसेसरीज मातृशक्ति उद्यमिता, 108 जड़ी-बूटी आधारित हर्बल स्टार्टअप, मोटा अनाज आधारित 1008 भारतीय व्यंजनों का रेडी टू ईट स्टार्टअप, छप्पन भोग खानपान उद्यमिता, 108 भारतीय मसाला स्टार्टअप, वनौषधि-आयुष स्टार्टअप, ट्रेडिंग, जनजातीय उद्यमिता, हथकरघा, बुटिक गारमेंट्स स्टार्टअप, हस्तशिल्प, गोबर उत्पाद, पूजन सामग्री स्टार्टअप, फूड प्रोसेसिंग स्टार्टअप, शिल्प एवं हथकरघा, डेयरी स्टार्टअप, बेकरी स्टार्टअप, महुआ स्टार्टअप, जैव उर्वरक, घरेलू , दैनिक उपयोग की वस्तुओं का स्टार्टअप, चमड़ा, फुटवियर, बायोप्लास्टिक, स्पोर्ट्स आइटम स्टार्टअप, घरेलू इलेक्ट्रानिक स्टार्टअप, सेमीकंडक्टर मेडिकल इलेक्ट्रानिक स्टार्टअप, नेचुरोपैथी एक्युप्रेशर स्टार्टअप, संगीत एवं मनोरंजन उपकरण स्टार्टअप, रियल स्टेट सामग्री स्टार्टअप, थ्रीडी प्रिंटिंग, सौर ऊर्जा, बैटरी इलेक्ट्रिकल वाहन स्टार्टअप सहित उनके अभिरुचि के अनुसार उद्यम शुरू करने स्टार्टअप, उद्यमिता, पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित किया जा सकता है।

केशव दुबौलिया ने बताया कि प्रत्येक गांव, जिला में उपभोक्ता आधारित दैनिक आवश्यकताओं की अधिकांश वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए गांव, जिला में स्वदेशी उत्पादन, लोकल के लिए वोकल, सहकारिता आधारित आर्थिक विकेंद्रीकरण पर बल दिया जा रहा है इससे स्थानीय उत्पाद प्राथमिकता की श्रेणी में आ जाएगी। प्रत्येक गांव, जिले में इमर्जिंग बिजनेस इकोसिस्टम को विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य सहकारिता उद्यमिता के विश्वास को बढ़ावा देना, क्वालिटी कंट्रोल के अनुकूल माहौल तथा मार्केटिंग के स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना है। इससे समाज के अंतिम छोर के युवा स्वावलंबी होंगे तभी सही मायने में भारत स्वावलंबी होगा।

संयोजक सदस्य नीरज जैन ने बताया कि भारत के पास मौजूदा वक्त में 16 से 30 वर्ष के 38 करोड़ युवाशक्ति का सामर्थ्य हैं तथा प्रत्येक वर्ष सवा करोड़ युवा रोजगार के लिए बाजार में आ रहे हैं। इनके रोजगार की पूर्ति अकेले सरकार या कंपनियां नहीं कर सकती हैं। इसके लिए स्व उद्यमिता को बढ़ावा देने को ध्यान में रखकर भाजपा आगे बढ़ रही है। युवाओं में उद्यमिता, स्वरोजगार व अर्थसृजन करने को एक जनआंदोलन बनाना प्रमुख उद्देश्य है। ज्ञात हो कि इस दिशा में मोदी सरकार के द्वारा उठाए जा रहे कदमों से ईंज आफ डूईंग बिजनेस की रैंकिंग में भारत ने प्रभावी बढ़त बना ली। आशीष गुप्ता ने बताया कि भारत सरकार की अनेक योजनाएं संचालित हो रही है, योजना के माध्यम से जिले में उधमिता स्थापित कराने का लक्ष्य है। इसके अलावा पं दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना, प्रधानमंत्री उद्यमिता योजना के तहत युवाओं को उद्यमिता स्थापित करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, तथा वर्तमान में औद्योगिक भूमि पर्याप्त उपलब्ध है। इससे आने वाले समय में जिले के युवा औद्योगिक भूमि आबंटित कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उद्यमी बनने के लिए बैंक को का अपना अपना बहुत सी योजनाएं हैं जिसमें डीपीआर के आधार पर बैंक से लोन प्रदान किया जाता है। युवाओं को इसमें आगे बढ़कर बैंक से सहायता लेकर उद्यमी बनना चाहिए। इसके लिए बैंक युवाओं की सहायता के लिए सदैव तत्पर है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से समेत विभिन्न अनुषांगिक संगठन में स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती, सहकार भारती, ग्राहक पंचायत, राष्ट्रीय सेवा भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मज़दूर संघ, अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग, वनवासी कल्याण आश्रम, भारतीय शिक्षण मंडल, विकास भारती के कार्यकर्त्ता प्रत्यक्ष तथा आभासी माध्यम से उपस्थित थे।

 

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