स्वावलंबी बनकर देश के विकास में करें योगदान : दुबौलिया
स्वावलंबी भारत अभियान एवं स्वदेशी जागरण मंच की विभागीय बैठक में प्रदेश संगठन मंत्री केशव दुबौलिया ने कहा कि हमें स्वाबलंबी बनकर देश के विकास में योगदान करना है। नगर स्तर पर रोजगार सृजन केंद्रों की स्थापना एवं नौकरी को ही रोजगार न मानें बल्कि स्वरोजगार, कौशल विकास, स्थानीय उद्योग स्थापित कर नौकरी करने वाला न बनकर नौकरी देने वाले बनें। स्वावलंबी भारत अभियान, देश में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर पैदा करने हेतु ठोस कदम उठाने के लिए एक महत्वपूर्ण सामूहिक पहल है। भारत विश्व का सबसे युवा राष्ट्र है। भारत में कौशल विकास, नवाचार अनुसंधान और विकास के माध्यम से एक ऐसा वातावरण का निर्माण करना है जिसमें भारत के युवा अपनी क्षमता का उपयोग कर न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में रोजगार पैदा करने में सक्षम बनें।
इस बैठक में प्रांत सह समन्वयक दीप्ति प्यासी ने स्वदेशी उत्पादन उद्योग एवं कौशल विकास केंद्र की स्थापना सहकारिता के क्षेत्र में रोजगार देने वालों का सम्मान करना आदि विषयों पर जोर दिया। बैठक में अभियान को एक जन आंदोलन बनाने के लिए ठोस और रणनीतिक योजनाएं बनाईं गर्ग और इस उद्देश्य के लिए शहडोल के सभी हिस्सों में अभियान के लिए व्यापक कार्य योजना बनाई गई। बेरोजगारी की समस्या के समाधान हेतु व्यापक प्रयत्नों जैसे जनजागरणए प्रबोधन व योजना की आवश्यकता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राकेश द्विवेदी ने इस अभियान को नगर ग्राम के युवाओं तक पहुंचाने का आव्हान किया। मंच के प्रांत समन्वयक आलोक सिंह ने बताया कि स्वरोजगार अपनाएं तो युवा गांवों से शहर की ओर नहीं जाएंगे ।
बैठक में स्वदेशी जागरण मंच, लघु उद्योग भारती, भारतीय किसान संघ, भारतीय मदूर संघ, ग्राहक पंचायत, सहकार भारती, अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद, भाजपा, राष्ट्रीय सेवा भारती, विश्व हिंदू परिषद तसेवा विभाग, वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। तय किया गया कि 11 संगठनों टोली स्वावलंबी भारत अभियान कार्यक्रम स्वदेशी जागरण मंच की अगुवाई में 2024 तक चलेगा। दो सत्रों में बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संयोजक प्रो. विकास सिंह ने कार्ययोजना पर चर्चा की।