स्वदेशी जागरण मंच ने दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने हमेशा भारत को गौरवान्वित किया।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक डॉ. अश्वनी महाजन ने कहा कि वह युवा उद्यमियों के लिए मार्ग प्रशस्त करने के लिए स्वरोजगार और उद्यमिता के ‘स्वदेशी’ आंदोलन के अग्रदूत थे।
उन्होंने कहा, ‘‘स्वतंत्रता से पहले के ‘स्वदेशी’ बड़े इस्पात उद्योग की विरासत को आगे कायम रखते हुए रतन टाटा का जीवन न केवल हमारे देश में बल्कि दुनियाभर में उभरते उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है।’’
टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार देर रात मुंबई में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। महाजन ने कहा, ‘‘स्वदेशी जागरण मंच भारत और दुनिया के सबसे महान उद्योग नेताओं में से एक पद्म विभूषण रतन नवल टाटा के दुखद निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है।’’
श्री महाजन ने कहा, ‘‘अपने दृढ़ संकल्प के साथ वह इस्पात, वाहन और विमानन सहित टाटा समूह के व्यवसायों को वैश्विक स्तर पर ले गए। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने हमेशा भारत को गौरवान्वित किया है।” महाजन ने कहा कि सभी बड़े औद्योगिक घरानों में से यह टाटा समूह ही था, जिसने न केवल कोविड-19 महामारी के दौरान अपने कर्मचारियों को पूरा वेतन दिया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि जिन लोगों की जान चली गई, उनके परिवारों को उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक पूरा वेतन मिलता रहे।