स्वदेशी जागरण मंच एवं स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान संचालन समिति के तत्वावधान में अगस्त क्रान्ति दिवस के अवसर पर विदेशी कम्पनियों भारत छोड़ो अभियान के अनतर्गत आर्य महिला इण्टर कालेज एवं आर्य महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कि छात्राओं ने नगर के विभिन्न मार्गों पर रेली निकाल कर अमेरिका के टैरिफ वृद्धि के विरोद्ध में प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर छात्रायें विभिन्न प्रकार के नारे लगा रही थी जैसे- ‘कर्तव्य निभाए स्वेदशी अपनाए’, अगस्त क्रान्ति दिवस वीरो की मिसाल स्वदेशी का कमाल, स्वदेशी ही शक्ति है, भारत राष्ट्र की भक्ति है, स्वदेशी हमारी स्वाभिमान है, यही भारत की पहचान है। ‘जन-जन की यही पुकार स्वदेशी से चमके भारत हर बार’, ‘स्वदेशी अपनाओं भारत को आगे लाओ’। ‘जन जन की यही पुकार राष्ट्र रक्षा में हो स्वदेशी पहला आधार’।
स्वदेशी जागरण मंच, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक डा. अमितेश अमित ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्वदेशी आंदोलन केवल ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्त करने का आंदोलन नहीं था, बल्कि आर्थिक सम्मान, सांस्कृतिक पहचान और सभ्यतागत संप्रभुता का दावा भी था। स्वतंत्रता संग्राम के शुरुआती दौर में शुरू हुआ स्वदेशी आंदोलन, वास्तव में विदेशी वस्तुओं को अस्वीकार करने, घरेलू उत्पादन को बहाल करने और भारत में आत्मनिर्भर आर्थिक पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्निर्माण का एक आह्वान था। कार्यक्रम में डा. सारिका अग्रवाल, डा. श्वेता सक्सेना, डा. आशीष गोयल, डा. एम. पी. एस. चैहान, डा. गुलशन रस्तोगी, कु. शेशांकी, अनीता वाजपेई, शिखा रानी, पूर्णिमा श्रीवास्तव, मनीष मिश्रा, हिमान्शु सोनवानी राकेश वर्मा एवं बड़ी संख्या में आर्य महिला डिग्री कालेज एवं आर्य महिला इण्टर कालेज की छात्रायें उपस्थित रहीं।