स्वदेशी जागरण मंच का आह्वान ’स्वदेशी अपनाओ विदेशी भगाओ’ इस अर्थ में नहीं है कि हम पुनः आधुनिक संसाधन छोड़कर बैलगाड़ी के युग में प्रवेश कर जाए। स्वदेशी अपनाओ का अर्थ है कि जो भी विकसित तकनीकी हम अपनाते हैं, वह हर संभव प्रयत्न करके स्वदेशी हो। अपने देश को रोजगार देने वाली हो, अपनी संस्कृति के अनुकूल हो तथा अपनी अर्थव्यस्था को भी मजबूती देने वाली हो।
उक्त उद्गार प्रख्यात अर्थशास्त्री, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक व राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अश्विनी महाजन ने व्यक्त किये। स्वदेशी जागरण मंच फरीदाबाद द्वारा स्थानीय राजस्थान भवन में आयोजित फरीदाबाद के जिला सम्मेलन में मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए डॉ महाजन ने कहा कि आज हम खुले बाजार की नीति का दुष्परिणाम देख चुके हैं। चीन के पीछे भागने का परिणाम भी हम देख चुके हैं। आज जो आर्थिक समस्याएं हैं उनका हल वैश्वीकरण ना होकर स्वदेशी करण है। स्वदेशी का अर्थ प्रत्येक व्यक्ति को उसका हिस्सा मिलना है।
कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए स्वदेशी जागरण मंच के उत्तर क्षेत्र के सम्पर्क प्रमुख सतेन्द्र सौरोत ने कहा कि 1991 में तत्कालीन सरकार ने देश को अर्थवयवस्था के सड चुके साम्यवादी मॉडल से निकालकर विश्व बैंक और आई एम एफ द्वारा सुझाए गए आत्मघाती पूंजीवादी मॉडल पर डाल दिया गया। जिसके कारण एक नई समस्या खड़ी हो गई हमारी मुद्रा का अमूल्यम किया गया, हमारे लघु उद्योग ही नहीं अपितु मध्यम और बड़े स्तर के उद्योग भी एक के बाद एक बंद होने लगे। तब स्वदेशी जागरण मंच ने कहा “नहीं चाहिए साम्यवाद, नहीं चाहिए पूंजीवाद, हमें चाहिए राष्ट्रवाद।“ अर्थात हमारे देश की आर्थिक नीतियां हमारे राष्ट्र की आवश्यकताओं और राष्ट्र की संस्कृति के अनुकूल तथा रोजगार उत्पादक होनी चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी पूरन सिंह बघेल ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्या भारती हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष देव प्रसाद भारद्वाज व संघ के माननीय विभाग संघचालक डॉ अरविंद सूद रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि फरीदाबाद के जाने-माने वास्तुकार अजय गौतम ने स्वदेशी जागरण मंच के प्रयासों की सराहना की।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयदेव पाराशर ने कहा की स्वदेशी जागरण मंच सच्चे अर्थों में देश की सेवा कर रहा है। स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संयोजक अमर सिंह सौरोत व विभाग सह संयोजक कुणाल राज गोयल ने मंच के दायित्वों की घोषणा की। जिनमे जितेंद्र हल्दिया को विभाग सह संपर्क प्रमुख, डॉक्टर कृष्णकांत उपाध्याय को विभाग के विचार विभाग प्रमुख, अधिवक्ता राजेंद्र शर्मा को पूर्वी फरीदाबाद का जिला संयोजक, प्रमोद अत्री को बल्लभगढ़ का जिला संयोजक, दुर्गेष कष्यप को पष्चिमी फरीदाबाद का जिला संयोजक घोषित किया गया। इसके अतिरिक्त जिला सह संयोजक बल्लभगढ़ अरविंद नागर तथा डॉ रविंद्र सैनी, पूर्वी फरीदाबाद जिला सह संयोजक संदीप गर्ग व रविंद्र गुप्ता, पश्चिमी फरीदाबाद जिला सहसंयोजक अधिवक्ता रामवीर सिंह घोषित किए गए।
बल्लभगढ़ जिला के संघर्ष वाहिनी प्रमुख राजेष नागर, सह संघर्ष वाहिनी प्रमुख पवन गर्ग, विचार विभाग प्रमुख पुरुषोत्तम भारद्वाज, सह विभाग प्रमुख राकेश शर्मा, जिला कोष प्रमुख अजय पाराशर को बनाया गया। फरीदाबाद पूर्व में विचार विभाग प्रमुख रविंद्र मनचंदा, सह विचार विभाग प्रमुख नरेंद्र यादव, संघर्ष वाहिनी प्रमुख कर्मवीर धारीवाल, सह संघर्ष वाहिनी प्रमुख गजेंद्र पाराषर, संपर्क प्रमुख सी बी पाराषर को बनाया गया।
कार्यक्रम में कार्यक्रम के अंत में फरीदाबाद विभाग के सह संयोजक श्री कुणाल राज गोयल ने सभी का धन्यवाद किया एवं सभी से स्वदेषी के पथ पर आगे बढ़ने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी श्री कृष्ण सिंघल, कर्नल वी एस सौरोत, पार्षद दीपक चौधरी, डॉ कृष्ण कांत उपाध्याय, प्रदीप बंसल, मुनेष कुमार, प्राध्यापक दीपक वषिष्ठ, समाजसेवी सीमा भारद्वाज, सरोज कुमार, बलजीत जाखड़, नवीन कुमार, सीमा कटारिया, रेनू गुजेला आदि विशेष रुप से उपस्थित रहे।
मंच संचालन स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संपर्क प्रमुख अमरदीप सिंह ने किया।