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स्वरोजगार की ओर लौटे युवाः स्वदेशी जागरण मंच

स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक अरुण ओझा ने रांची में स्वावलंबी भारत अभियान कार्यक्रम के तहत आयोजित प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में कहा कि हमें फिर से विश्व को राह दिखाने वाला भारत बनाना है। हमें ऐसा भारत बनाना है जो उन्नत, प्रभावशाली और पूरे विश्व का सिरमौर हो। 17-18वीं शताब्दी तक विश्व के कुल व्यापार में एक तिहाई हिस्सा भारत का था। हमें वैसा भारत फिर से बनाना। यह तभी संभव होगा जब हम नौकरी की चिंता छोड़ स्वरोजगार व उद्यमशीलता की ओर लौटेंगे। हम अपनी मानसिकता बदलेंगे और स्वावलंबी भारत बनाने के लिए फिर से स्वरोजगार पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देंगे। रांची के दिगंबर जैन भवन में आयोजित दो दिनों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में झारखंड और बिहार के सभी जिलों में रोजगार सृजन केंद्र की स्थापना करने का निर्णय लिया गया और सभी जिलों में कम से कम पांच उद्यमिता प्रोत्साहन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न कराने की बात कही गई। प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 12 अनुशांगिक संगठनों के प्रतिनिधि भाग ले रहे थे।

अरुण ओझा ने कहा कि स्वावलंबी भारत अभियान परिवर्तन का अभियान है। जनमानस की मानसिकता बदलने का अभियान है। स्वरोजगार के प्रति पिछले पांच वर्षों में लोगों में जागरूकता आई है। अब यह कार्यक्रम अभियान का रूप ले चुका हे। इससे वैसे सभी संगठनों को जोड़ा जाएगा जो राष्ट्रवादी विचारधारा से प्रभावित हैं।

ओझा ने कहा कि हम प्राचीन, मध्य व आधुनिक (अंग्रेजों के आने से पहले) भारत की बात करें तो दुनिया में वैभव के शिखर पर भारत था। दुनिया का स्वाबलंबी देश भारत था। यहां सौ प्रतिशत रोजगार था। बेरोजगारी थी ही नहीं। सभी लोग कोई न कोई काम करते थे, लेकिन धीरे-धीरे अंग्रेजों के आने के बाद परिस्थितियां बदलती गई। आज हम बेरोजगारी से परेशान हैं। परंतु अब लोगों की मानसिकता बदल रही है। धीरे-धीरे लोग स्वरोजगार और उद्यमशीलता की ओर लौट रहे हैं।

ओझा ने कहा कि आज विश्व आर्थिक भंवर में फंस चुका है। श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान आदि देशों की स्थिति आप देख रहे हैं। परंतु भारत की स्थिति अभी ठीक है, लेकिन खतरा हम पर ही मंडरा रहा है। अमेरिका का फेडरल रिजर्व बैंक ब्याज दर बढ़ाता जा रहा है। हमारा रुपया गिर रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आ रहीघ् परंतु हमें यह देखना है रुपया गिरे नहीं। रुपया गिरता है तो देश गिरता है।

उन्होंने उद्यमियों और व्यवसायियों से भी आह्वान किया कि देश को आगे बढ़ाने में आपका बहुत बड़ा योगदान है। आगे भी अपने धन का सदुपयोग समाज हित में जरूर करें और हम ऐसे भारत का निर्माण करें जो पूरी दुनिया को राह दिखाएं। उन्होंने लोगों से भी कहा कि हमें उद्यमियों और व्यवसायियों का सम्मान करना चाहिए। इस इस मौके पर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल, सह संगठन मंत्री सतीश कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर पूर्व के क्षेत्र प्रचारक रामनवमी प्रसाद ने भी अपनी बात रखी।

समापन समारोह के अवसर पर आरएसएस के प्रांत संघचालक सच्चिदानंद लाल अग्रवाल, रांची की मेरा आश लकड़ा, पूर्व क्षेत्र संघचालक सिद्धिनाथ सिंह, सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल, वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल जोग, राष्ट्रीय ग्राम विकास प्रमुख बिंदेश्वर साहू, कृपा प्रसाद सिंह, क्षेत्र संगठन मंत्री हिरेंद्र सिन्हा, सचिन बरियार, सज्जन सर्राफ सहित अनुषांगिक संगठनों के कई पदाधिकारी व प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने आए झारखंड बिहार के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

https://www.jagran.com/jharkhand/ranchi-world-economic-crisis-mindset-will-have-to-change-towards-job-advice-of-swadeshi-jagran-manch-22941337.html

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